क्यों बना था इसीलिए न कि दुनिया में वैश्विक कारोबार को दिशा मिले, सब सबके साथ कारोबार करें, सबका के साथ सबका विकास हो? क्या WTO की बुनियाद में ही कोई खोट है जो इतनी खींचतान के बाद भी कोई ठोस नतीजे निकलते नहीं दिखते हैं. विस्तार से समझिए WTO के सारे समीकरण इस हफ्ते इकोनॉमिकम में अंशुमान तिवारी के साथ...
भारत ने e-Commerce के रास्ते होने वाले इंपोर्ट पर टैक्स लगाने की मांग भी रखी थी
कृषि, ई-कॉमर्स, फिशिंग पर विकसित देशों की जिद को देखते हुए भारत ने अपना रुख कड़ा कर लिया है
भारत के साथ टकराव के बाद थाईलैंड ने WTO में अपनी राजदूत पिमाचानोक वोंकोरपोन पिटफील्ड को वापस बुला लिया है
देर रात सभी पक्षों को समझौते और बयान का नया मसौदा दिखाया गया है जिसमें कृषि और फिशिंग पर बात बनती नहीं दिखी
किसी बड़े नतीजे की उम्मीद नहीं दिख रही है, लेकिन सकारात्मक संकेत वाले निष्कर्ष की कवायद जारी है
भारत इस छूट को खत्म कराना चाहता है. ई-कॉमर्स कंपनियों को यह रियायत 1998 से मिल रही है
भारत सहित दुनिया के 80 देश चाहते हैं कि उन्हें अनाज भंडार तैयार करने के सब्सिडी पर अनाज खरीदने की छूट दी जाए
वाणिज्य मंत्री ने कहा कि अनाज भंडारण को लेकर भारत को स्थायी समाधान चाहिए.
यह बैठक चीन बनाम भारत में बदल गई.